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21 दिसंबर 2024: भारत में वर्ष की सबसे लंबी रात
Google Trends IN-JH ने 21 दिसंबर 2024 को “वर्ष की सबसे लंबी रात” के रूप में जारी किया है। यह दिन उत्तरी गोलार्ध में शीतकालीन संक्रांति का प्रतीक है, जब सूर्य क्षितिज पर अपने सबसे निचले बिंदु पर होता है।
शीतकालीन संक्रांति क्या है?
शीतकालीन संक्रांति एक खगोलीय घटना है जो साल का सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात को चिह्नित करती है। उत्तरी गोलार्ध में, शीतकालीन संक्रांति आमतौर पर 21 या 22 दिसंबर को होती है। इस दिन, सूर्य पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव से 23.5 डिग्री दक्षिण में अपने सबसे निचले बिंदु पर दिखाई देता है।
भारत में शीतकालीन संक्रांति
भारत उत्तरी गोलार्ध में स्थित है, जिसका अर्थ है कि यह शीतकालीन संक्रांति का अनुभव करता है। 21 दिसंबर 2024 को, भारत में सूर्योदय सुबह 7:06 बजे होगा और सूर्यास्त शाम 5:29 बजे होगा, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 10 घंटे 23 मिनट की दिन की रोशनी होगी।
वर्ष की सबसे लंबी रात
शीतकालीन संक्रांति के दिन, भारत में रात लगभग 13 घंटे 37 मिनट तक चलेगी, जो वर्ष की सबसे लंबी रात होगी। यह घटना तब होती है क्योंकि सूर्य क्षितिज पर अपने सबसे निचले बिंदु पर स्थित होता है, जिससे यह अधिक समय तक अंधेरा रहता है।
सांस्कृतिक महत्व
शीतकालीन संक्रांति कई संस्कृतियों में एक महत्वपूर्ण घटना है। कई देशों में, यह सर्दियों की शुरुआत और दिनों के फिर से लंबे होने के उत्सव का प्रतीक है। भारत में, शीतकालीन संक्रांति को “मकर संक्रांति” के रूप में भी जाना जाता है और इसे पतंग उड़ाने और मिठाई का आदान-प्रदान जैसे समारोहों के साथ मनाया जाता है।
निष्कर्ष
21 दिसंबर 2024 को शीतकालीन संक्रांति एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है जिससे भारत में वर्ष की सबसे लंबी रात आएगी। यह दिन हमें पृथ्वी के मौसमी चक्र की याद दिलाता है और कई संस्कृतियों में सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व रखता है।
एआई ने खबर दी है।
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Google Trends IN-JH ने 2024-12-21 16:30 को “longest night of the year” जारी किया। कृपया प्रासंगिक जानकारी सहित इस समाचार के बारे में मैत्रीपूर्ण तरीके से एक विस्तृत लेख लिखें।
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