2025 का पूर्ण चंद्रग्रहण: एक खगोलीय घटना का विस्तृत विवरण
11 मार्च, 2025 को होने वाला पूर्ण चंद्रग्रहण Google Trends VE पर ट्रेंडिंग कीवर्ड बन गया है, जो इस खगोलीय घटना को देखने के लिए लोगों की उत्सुकता को दर्शाता है। यह ग्रहण अपने आप में रोमांचक है और भारत सहित दुनिया के कई हिस्सों में दिखाई देगा। आइए इस घटना के बारे में विस्तार से जानते हैं:
चंद्रग्रहण क्या है?
चंद्रग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, और पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है। इससे चंद्रमा धुंधला या पूरी तरह से काला दिखाई दे सकता है। चंद्रग्रहण केवल पूर्णिमा की रात को ही हो सकता है क्योंकि इसी अवस्था में चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे होता है।
2025 का पूर्ण चंद्रग्रहण कब होगा?
11 मार्च, 2025 को होने वाला पूर्ण चंद्रग्रहण भारतीय समयानुसार (IST) सुबह 3:20 बजे शुरू होगा। ग्रहण विभिन्न चरणों में होगा:
- उपच्छाया चंद्रग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse): यह ग्रहण का पहला चरण है जब चंद्रमा पृथ्वी की उपच्छाया (पृथ्वी की आंशिक छाया) में प्रवेश करता है। यह चरण नग्न आंखों से देखना मुश्किल होता है क्योंकि चंद्रमा की चमक में मामूली कमी ही दिखाई देती है।
- आंशिक चंद्रग्रहण (Partial Lunar Eclipse): इस चरण में, चंद्रमा धीरे-धीरे पृथ्वी की पूर्ण छाया (छाया) में प्रवेश करना शुरू करता है। चंद्रमा का एक हिस्सा काला होता दिखाई देने लगता है।
- पूर्ण चंद्रग्रहण (Total Lunar Eclipse): यह ग्रहण का चरम चरण है जब चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में ढक जाता है। चंद्रमा पूरी तरह से काला या लाल रंग का दिखाई दे सकता है। इसे “ब्लड मून” (Blood Moon) भी कहा जाता है।
- आंशिक चंद्रग्रहण (Partial Lunar Eclipse): पूर्ण चंद्रग्रहण के बाद, चंद्रमा धीरे-धीरे पृथ्वी की छाया से बाहर निकलना शुरू करता है।
- उपच्छाया चंद्रग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse): अंत में, चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया से बाहर निकल जाता है और उपच्छाया से गुजरता है, जिसके बाद ग्रहण समाप्त हो जाता है।
2025 के चंद्रग्रहण का समय (अनुमानित):
- उपच्छाया चंद्रग्रहण प्रारंभ: 03:20 IST (11 मार्च)
- आंशिक चंद्रग्रहण प्रारंभ: 04:23 IST (11 मार्च)
- पूर्ण चंद्रग्रहण प्रारंभ: 05:27 IST (11 मार्च)
- पूर्ण चंद्रग्रहण चरम: 06:00 IST (11 मार्च)
- पूर्ण चंद्रग्रहण समाप्त: 06:33 IST (11 मार्च)
- आंशिक चंद्रग्रहण समाप्त: 07:37 IST (11 मार्च)
- उपच्छाया चंद्रग्रहण समाप्त: 08:40 IST (11 मार्च)
यह ग्रहण कहाँ दिखाई देगा?
यह चंद्रग्रहण भारत, एशिया के अधिकांश हिस्सों, यूरोप, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। जिन क्षेत्रों में आकाश साफ रहेगा, वहां इसे आसानी से देखा जा सकेगा।
चंद्रग्रहण को कैसे देखें?
चंद्रग्रहण को देखने के लिए किसी विशेष उपकरण की आवश्यकता नहीं होती है। इसे नग्न आंखों से देखा जा सकता है। दूरबीन या टेलिस्कोप का उपयोग करने से आप चंद्रमा की सतह को अधिक विस्तार से देख सकते हैं।
- सुरक्षित स्थान चुनें: शहर की रोशनी से दूर, खुले मैदान या ऊंची जगह पर जाएं जहां से आकाश साफ दिखाई दे।
- धैर्य रखें: ग्रहण धीरे-धीरे होता है, इसलिए सभी चरणों को देखने के लिए पर्याप्त समय दें।
- मौसम की जांच करें: ग्रहण देखने से पहले मौसम का पूर्वानुमान अवश्य जांच लें। बादल छाए रहने पर ग्रहण देखना मुश्किल हो सकता है।
चंद्रग्रहण का महत्व:
चंद्रग्रहण एक अद्भुत खगोलीय घटना है जो विज्ञान और खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए विशेष रूप से रोमांचक होती है। यह हमें ब्रह्मांड के बारे में और अधिक जानने और समझने का अवसर प्रदान करता है।
क्या चंद्रग्रहण देखना सुरक्षित है?
सूर्य ग्रहण के विपरीत, चंद्रग्रहण को नग्न आंखों से देखना पूरी तरह से सुरक्षित है। यह आपकी आंखों को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाता है।
निष्कर्ष:
11 मार्च, 2025 को होने वाला पूर्ण चंद्रग्रहण एक अद्भुत खगोलीय घटना है जिसे देखना न भूलें। यह न केवल एक दिलचस्प तमाशा होगा, बल्कि हमें अपने ब्रह्मांड के बारे में और अधिक जानने का मौका भी देगा। साफ आसमान की कामना करें और इस खगोलीय घटना का आनंद लें!
ध्यान दें: ऊपर दी गई जानकारी अनुमानित है और इसमें थोड़ा बदलाव हो सकता है। सटीक समय और दृश्यता के लिए, आप स्थानीय खगोल विज्ञान वेबसाइटों या ऐप्स से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
एआई ने समाचार प्रस्तुत किया।
Google Gemini से उत्तर प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित प्रश्न का उपयोग किया गया था:
2025-03-11 03:20 पर, ‘ग्रहण चंद्र कुल’ Google Trends VE के अनुसार एक ट्रेंडिंग कीवर्ड बन गया है। कृपया इससे संबंधित जानकारी के साथ एक विस्तृत लेख लिखें।
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